चीन को बिहार में बड़ा झटका : नीतीश सरकार ने पटना में पुल बनाने का टेंडर कैंसिल किया, प्रोजेक्ट के दो कॉन्ट्रैक्टर के पार्टनर चीन के थे. Bihar Government cancelled tender for construction of a new bridge because contractors had Chinese partners
- Boycott China Campaign : केंद्र सरकार ने चीन (China) को बड़ा झटका देते हुए पटना में गंगा नदी पर महात्मा गांधी सेतु के पास में बनने जा रहे नए पुल का टेंडर रद्द (mega bridge project cancel) कर दिया है क्योंकि प्रॉजेक्ट के लिए चुने गए चार कॉन्ट्रैक्टर में से दो के पार्टनर चाइनीज थे।
- पटना में महात्मा गांधी सेतु के समानांतर बनाया जाना है पुल, निर्माण के लिए 4 कॉन्ट्रैक्टर चुने गए थे
- सरकार ने कॉन्ट्रैक्टर से कहा था कि अपने चीनी पार्टनर को बदल दो, लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं किया
- माना जा रहा है कि गलवान झड़प में भारतीय सैनिकों की शहादत और चीन से तनाव के चलते यह फैसला लिया गया है। हाल ही में इंडियन ट्रेडर्स के संगठन सीएआईटी ने 500 चीनी प्रोडक्ट्स की लिस्ट जारी की थी और इनका बायकॉट करने की अपील की थी।
- इसकी पुष्टि बिहार सरकार में सड़क निर्माण मंत्री नंद किशोर यादव ने भी की।
- इस प्रोजेक्ट के लिए बोली लगाने वालों में चीन की हार्बर इंजीनियरिंग कंपनी और शांक्सी रोड ब्रिज कंपनी शामिल थीं। पिछले साल इस प्रोजेक्ट को आर्थिक मामलों की समिति ने मंजूरी दी थी।
- नंद किशोर यादव ने कहा- जिन कॉन्ट्रैक्टर का चयन पुल निर्माण के लिए किया गया था, उनके साझेदार चाइनीज हैं। हमने उन लोगों से कहा था कि अपने पार्टनर बदल दो, लेकिन वे इस बात पर राजी नहीं हुए। हमने उनके टेंडर कैंसिल कर दिए हैं। हमने फिर से एप्लीकेशन मांगी है।
- 14.500 किलोमीटर लंबे इस प्रोजेक्ट में गांधी सेतु के समानांतर 5.6 किलोमीटर लंबा पुल बनाना शामिल है। इसके अलावा 4 अंडरपास, एक रेल ओवर ब्रिज, 1580 मीटर लंबा पुल, 4 छोटे पुल, 5 बस शेल्टर और 13 रोड जंक्शन बनाए जाने हैं। इस पूरे प्रोजेक्ट को साढ़े तीन साल में पूरा किया जाना है और इसकी लागत करीब 29.26 अरब रुपए है।