UAE ने रचा इतिहास, पहला मिशन मंगल HOPE जापान से लॉन्च. UAE Launches Mars Mission From Japan. मंगल के लिए संयुक्त अरब अमीरात (UAE) के पहले अंतरिक्ष यान का प्रक्षेपण जापान से सोमवार को किया गया। यह अरब जगत का पहला अंतरग्रहीय अभियान है।
- मंगल के अध्ययन के लिए होप सैटेलाइट अपनी स्थिति भूमध्यरेखीय रखेगा. ग्रह से उसकी दूरी 22 हज़ार से 44 हज़ार किलोमीटर के बीच रहेगी.
- खास बात यह है कि यूएई का यह अभियान उस समय शुरू हुआ जब धरती और मंगल के बीच की दूरी सबसे कम होती है। यूएई पहला अरब मुल्क होगा जिसने मंगल ग्रह पर अपनी दस्तक दी है।
- मंगल के लिए संयुक्त अरब अमीरात (UAE) के पहले अंतरिक्ष यान का प्रक्षेपण जापान से सोमवार को किया गया। यह अरब जगत का पहला अंतरग्रहीय अभियान है। यूएई के इस यान का नाम ‘अमल’ या ‘होप’ (उम्मीद) है, जिसे जापान के H-2A रॉकेट के जरिए स्थानीय जापानी समय शाम 6.58.14 पर (रात 9.58, GMT) लॉन्च कर दिया।
- इसके साथ ही इस यान की मंगल तक की सात महीने की यात्रा आरंभ हो गई। इससे पहले इसे 15 जुलाई को प्रक्षेपित किया जाना था लेकिन खराब मौसम के कारण प्रक्षेपण पांच दिन टाल दिया गया।

UAE Launches Mars Mission hope From Japan
- यूएई की स्पेस एजेंसी का कहना है कि होप प्रोब सही तरीके से कार्य कर रही है और लॉन्चिंग के बाद से संकेत भेज रही है. वहीं संयुक्त राष्ट्र (यूएन) ने यूएई के इस मिशन की तारीफ करते हुए कहा है कि यूएई का मार्स मिशन पूरी दुनिया के लिए एक योगदान है. यह अरब का पहला अंतरग्रहीय मिशन है.
- ‘HOPE’ के मंगल की कक्षा में फरवरी, 2021 में पहुंचने की उम्मीद है। इसके बाद यह एक मंगल वर्ष यानी 687 दिनों तक उसकी कक्षा में चक्कर लगाएगा। हालांकि, इस मार्स मिशन का मकसद इस लाल ग्रह के पर्यावरण और मौसम के बारे में सटीक जानकारी इकट्ठा करना है, लेकिन इसके पीछे एक बड़ा लक्ष्य यह भी माना जा रहा है- और वह है अगले 100 साल में मंगल पर इनसानी बस्ती बनाने का। यूएई इस प्रोजेक्ट को अरब के युवाओं के लिए प्रेरणा के स्रोत के रूप में भी पेश करना चाहता है।
- दुबई के मोहम्मद बिन राशिद स्पेस सेंटर में लोगों ने लॉन्चिंग को एक बड़ी स्क्रीन के जरिए देखा। जैसे ही आर्बिटर रॉकेट से अलग हुआ, सभी साइंटिस्ट्स ने ताली बजाकर खुशी जाहिर की। मार्स मिशन के डायरेक्टर ओमरान शराफ ने लिफ्ट ऑफ के डेढ़ घंटे बाद बताया कि यह सही सिग्नल्स भेज रहा है।