शिक्षाविद् सोनम वांगचुक ने बायकॉट मेड इन चाइना अभियान शुरू किया, बोले- चीन को सबक सिखाने के लिए स्वदेशी अपनाकर उसकी कमर तोड़ें. Educationist Sonam Wangchuk started the Boycott Made in China campaign.
- बायकॉट मेड इन चाइना : सोनम वांगचुक की देशवासियों से अपील, कहा- चीनी सामान का करें बहिष्कार
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Boycott Made in China : वांगचुक ने कहा- चीनी सामान का इतने बड़े पैमाने पर बायकॉट किया जाए कि उसकी अर्थव्यवस्था टूट जाए और वहां की जनता गुस्से में तख्ता पलट कर दे
- बोले- अभी हम मैन्युफैक्चरिंग, हार्डवेयर, दवाओं के कच्चे माल, मेडिकल इंस्ट्रूमेंट, चप्पल-जूते जैसी कई चीजों के लिए चीन पर निर्भर हैं
- उन्होंने यूट्यूब पर पोस्ट किए गए वीडियो के शुरुआत में अपना परिचय देते हुए चीन और भारत के बीच अभी जो टकराव और तनाव की स्थिति जो बनी है, उसके बारे में बता रहे हैं।
- उन्होंने कहा कि मैं लद्दाख में हूं और आप देख रहे हैं सिंधु नदी को बहते हुए देख रहे हैं यहां, और वो जो पहाड़ियां हैं। उनके पीछे नुब्रा और चांगतांग के वो इलाके हैं, जहां पर यह तनाव बढ़ता जा रहा है। हजारों सैनिक वहां ले जाए जा चुके हैं। सुनने में आया है कि चीनी वायु सेना के जहाज भी वहां तैनात किए गए हैं और एक घंटे पहले भारतीय वायु सेना के जहाज भी मेरे ऊपर मंडरा रहे थे।
- बायकॉट मेड इन चाइना : वांगचुक ने कहा, ‘चीन के सामान का बॉयकॉट हम तुरंत नहीं कर सकते हैं। इसे योजनाबद्ध तरीके से करना होगा। हार्डवेयर की चीजों के बॉयकॉट को एक साल तक हटाएं, इस बीच हमारी देश की कंपनियां अन्य देशों से सोर्स करने के तरीके खोजें। कच्चे सामान पर निर्भर होने वाली कंपनियां अन्य तरीके से सोर्सिंग शुरू करें।
- चीनी सॉफ्टवेयर एक हफ्ते और चीनी हार्डवेयर एक साल में बॉयकॉट कर देना चाहिए। हमें इतना दृढ़ निश्चय होना चाहिए कि चीन में बना कोई भी सामान हम लेंगे ही नहीं।