Maharashtra Govt Bans Patanjali Ayurveda Coronil Medicine. राजस्थान के बाद ‘कोरोनिल’ पर महाराष्ट्र ने भी पाबंदी लगाई, गृह मंत्री देशमुख ने कहा- हम राज्य में नकली दवा बिकने नहीं देंगे.
- योग गुरु बाबा रामदेव के कोरोना वायरस की दवा बनाने के दावे का मामला अदालत तक पहुंच गया है. बिहार के मुजफ्फरपुर की एक अदालत में बुधवार को बाबा रामदेव और आचार्य बालकृष्ण के खिलाफ देश को दवा के नाम पर धोखा देने का आरोप लगाते हुए एक मामला दायर किया है.
- मुजफ्फरपुर के मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी की अदालत में समाजसेवी और भिखनपुरा निवासी तमन्ना हाशमी ने एक परिवाद पत्र दायर कर पतंजलि संस्था के चेयरमैन आचार्य बालकृष्ण पर आरोप लगाया है कि इन दोनों ने कोरोना वायरस दवा बनाने का दावा कर देश को धोखा दिया है.
- बाबा रामेदव और बालकृष्ण को भादंवि की धारा 420, 120बी, 270, 504/34 के तहत आरोपी बनाया गया है. तमन्ना हाशमी ने बताया कि अदालत ने इस मामले की सुनवाई के लिए 30 जून की तारीख मुकर्रर की है.
- बाबा रामदेव ने 2 दिन पहले कोरोनिल दवा लॉन्च की थी, सरकार ने पांच घंटे बाद विज्ञापन पर रोक लगा दी
- पंतजलि का दावा- दवा से सिर्फ 7 दिन में मरीज 100% ठीक हो जाएंगे, राजस्थान सरकार ने कहा था- हमें क्लीनिकल ट्रायल के बारे में जानकारी नहीं
- महाराष्ट्र सरकार के गृह मंत्री अनिल देशमुख ने कहा कि कोरोनिल के क्लीनिकल ट्रायल के बारे में अभी कोई पुख्ता जानकारी नहीं है, ऐसे में महाराष्ट्र में इस दवा की बिक्री पर पाबंदी रहेगी.
- इससे पहले राजस्थान सरकार ने भी इस पर रोक लगाई थी।
- महाराष्ट्र के गृह मंत्री अनिल देशमुख ने गुरुवार को लिखा, ‘नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज, जयपुर यह पता लगाएगा कि क्या पतंजलि के ‘कोरोनिल’ का क्लीनिकल ट्रायल किया गया था. हम बाबा रामदेव को चेतावनी देते हैं कि हमारी सरकार महाराष्ट्र में नकली दवाओं की बिक्री की अनुमति नहीं देगी.’
- पतंजलि आयुर्वेद की कोरोना दवा पर आयुष मंत्री श्रीपद नाइक ने बुधवार को कहा कि यह अच्छी बात है कि योग गुरु बाबा रामदेव ने देश को नई दवा दी है। नियम के अनुसार, दवा को पहले आयुष मंत्रालय में जांच के लिए देना होगा।
- इससे पहले राजस्थान सरकार ने कहा था कि आयुष मंत्रालय की अनुमति के बिना कोरोना की दवा के रूप में किसी भी आयुर्वेदिक दवा को नहीं बेचा जा सकता है. अगर को इसे बेचते पकड़ा जाता है तो उसके खिलाफ सख्त कार्यवाही की जाएगी.
- रामदेव ने बताया था कि कोरोनिल और श्वसारि ने कोरोना ट्रायल में 100% सही नतीजे दिए। पतंजलि रिसर्च सेंटर और जयपुर के नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज ने सभी प्रॉटोकॉल का पालन करते हुए क्लीनिकल ट्रायल किया। ट्रायल में 3 दिन में 69% मरीज ठीक हुए, जबकि 7 दिन में 100% ठीक हो गए। आईसीएमआर से मंजूरी का सवाल टाल दिया। रामदेव ने कहा था कि गंभीर मरीज ट्रायल में शामिल नहीं थे। उन पर अगले चरण में परीक्षण किया जाएगा।