साइकिल गर्ल ज्योति की हत्या की खबर बेबुनियाद, अफवाह फैलाने वालों के खिलाफ FIR. ‘साइकिल गर्ल’ ज्योति की रेप और हत्या की खबर महज एक अफवाह. The news of the murder of cycle girl jyoti is FAKE.
- शनिवार की सुबह से सोशल मीडिया में ये अफवाह फैलाया गया कि पिता को 1200 किलोमीटर दिल्ली से दरभंगा लाने वाली साहसी बेटी साइकिल गर्ल के नाम से मशहूर ज्योति कुमारी जब आम तोड़ने गई तो उसके साथ दुष्कर्म करने के बाद उसकी हत्या कर दी गई
- वहीं दरभंगा जिला पुलिस इस खबर को भ्रामक बताते हुए अफवाह फैलाने वालों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कर रही है।
- दरभंगा के वरीय पुलिस अधीक्षक बाबूराम ने रविवार को सोशल साइट पर आ रही इस खबर को पूरी तरह से बेबुनियाद और असत्य बताया। उन्होंने मामले को स्पष्ट करते हुए कहा कि दरभंगा के पतोर सहायक थाना क्षेत्र के पतोर गांव में पिछले बुधवार को बागीचे से एक लड़की का शव बरामद किया गया था, जिसकी पहचान ज्योति पासवान के रूप में की गई। वहीं कुछ लोगों ने मृत ज्योति पासवान को साइकिल गर्ल ज्योति मानकर अफवाह फैला दी।
- साइकिल गर्ल का नाम जुड़ते इस झूठे खबर को जैसे पंख लग गया और एक दूसरे से बिना सत्यता जाने लोगो ने इस झूठे ख़बर को पोस्ट और शेयर करने लगे. इससे सोशल मीडिया पर बिहार सरकार समेत दरभंगा पुलिस के खिलाफ नकारात्मक माहौल फैलने लगा. लोग न केवल हत्यारे की गिरफ्तारी की मांग करने लगे बल्कि ज्योति को न्याय दिलाने के लिए भी सोशल मीडिया में अभियान शुरू हो गया.
- 1 जुलाई को दरभंगा के ही पतोर ओपी क्षेत्र के रहने वाले 12 वर्षीय ज्योति पासवान की हत्या उस समय कर दी गई थी जब वो सुबह घर के बगल में अरुण मिश्रा के बागान से आम चुनने गई थी. आरोप है कि बागान मालिक ने अपने बाग को बचाने के लिये नंगा बिजली के तार को फैलाया हुये था जिसमें बिजली का करंट भी दौड़ा रखा था. इसकी चपेट में आने से ज्योति की मौत की बात कही जा रही है. इस घटना के बाद बहुत सारे लोगों समेत राजनीतिक दल और परिवार के लोगों ने ज्योति के साथ दुष्कर्म होने का भी आरोप लगाया था लेकिन पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में ज्योति के साथ दुष्कर्म की पुष्टि नहीं हुई है. इस घटना में मुख्य आरोपी अभी भी फरार है. दरभंगा में इसी ज्योति की हत्या हुई जिसे लोगों ने महज नाम मिलने के कारण साइकिल गर्ल से जोड़ दिया और सोशल मीडिया में अफवाह फैला दिया.
- पुलिस अधीक्षक ने कहा कि उन्होंने गलत खबर पोस्ट करने वालों को चिन्हित कर उनके खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने का आदेश दिया है। इसके अलावा उन्होंने कहा कि सोशल मीडिया पर झूठी खबर प्रसारित कर जातीय तनाव भड़काने वाले के विरुद्ध भी प्राथमिकी दर्ज कर कार्रवाई की जाएगी। पुलिस ने ऐसे कुछ पोस्ट को चिन्हित भी कर लिया है।