भारतीय वैज्ञानिकों ने खोजी नई आकाशगंगा, NASA ने की तारीफ. एस्ट्रोसैट की सहायता से खोज निकाली नई आकाशगंगा. NASA congratulates Indian astronomers on Star Galaxy discovery.
वैज्ञानिकों ने अबतक की सबसे दूर स्थित अकाशगंगा AUDFs01 की खोज की है. इसे मल्टी-वेवलेंथ सैटेलाइट- एस्ट्रोसैट की मदद से खोजा गया है. भारतीय वैज्ञानिकों की इस सफलता पर नासा ने भी तारीफ की है. बता दें कि इस आकाशगंगा को पुणे स्थित अतंरिक्ष विज्ञान और अंतरिक्ष भौतिक के अंतर विश्वविद्यालयी केंद्र ने खोजा है.
Indian scientists discovered new galaxy with help of astrosat
एस्ट्रोसैट (Multi-Wavelength Satellite, AstroSat) ने दूसरी आकाशगंगा से निकलने वाली एक्स्ट्रीम अल्ट्रावायलेट (यूवी) लाइट (Extreme Ultraviolet (UV) Light) की मौजूदगी को पकड़ा, जो पृथ्वी से करीब 9.30 बिलियन प्रकाश वर्ष की दूरी पर है. नई आकाशगंगा अब दुनिया के सामने है, जिसे AUDFs01 नाम दिया गया है.
NASA congratulates Indian astronomers: इस बात नासा के पब्लिक अफेयर्स ऑफिसर फेलसिया चॉऊ ने भारत की तारीफ करते हुए कहा कि नासा इस नई खोज के लिए भारतीय खोजकर्ताओं को बधाई देता है. विज्ञान सभी के लिए खोज करता है. इससे मनुष्यों की उत्पति का पता चलेगा कि आखिर इंसानों की उत्पति कहां से हुई है. हम कहां से आए हैं.
अंतरिक्ष वैज्ञानिकों के इस अंतर्राष्ट्रीय समूह (International Team of Astronomers) की अगुवाई डॉक्टर कनक साहा कर रहे हैं, जो आईयूसीएए में एसोसिएट प्रोफेसर हैं. इस खोज के बारे में 24 अगस्त को ‘नेचर एस्ट्रोनोमी’ में पूरे विस्तार से बताया गया है. ये खोज अंतर्राष्ट्रीय विशेषज्ञोें के दल ने की है, जिसमें भारत, फ्रांस, स्विट्जरलैंड, अमेरिका, जापान और नीदरलैंड्स के वैज्ञानिक शामिल हैं.
केंद्रीय राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) डॉ. जितेंद्र सिंह ने इस प्रतिक्रिया देते हुए कहा, “यह गर्व की बात है भारत की पहली मल्टी-वेवलेंथ स्पेस ऑब्जर्वेटरी “एस्ट्रोसैट” ने पृथ्वी से 9.3 बिलियन प्रकाश वर्ष दूर स्थित एक आकाशगंगा से चरम-यूवी प्रकाश का पता लगाया है.”